Diwali is a Most popular Hindu's Festival in India.
It is celebrated on Kartik poornima. Hindus Worship God Ganesha & Goddess Laxmi on this day.
The main reason of this festival celebrating is - Something 7000 yers ago The king of Ayodhya was Dashraths has three wives, four sons. They were Rma,Bharat, Laxmar and Shatruhan.
Ram was elder Son So King want takeover kingdom for him but his wife kekayi want her Son Bharat would became King. So she made a plan with her dasi Manthara. She had an idea she want send Forestlife for 14 years to Ram and Bharat would King of Ayodhya.
So Ram went Wildlife With his wfe Sita & brother Luxman.
After Complete 14years Ram Returned Ayodhya On this Day So all Ayodhya (Indians) celebrated Dipotshava. i.c Diwali.
बहुत पुराने समय की बात है भारत के 1 राज्य अयोध्या में राजा दशरथ राज्य करते थे जिनका दसों दिशाओं में मुकाबला करने वाला कोई नहीं था उनके तीन पत्नियां थी। कौशल्या कैकेई और सुमित्रा। कौशल्या के एक पुत्र राम थे। कैकेई के भरत तथा सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न थे समय बीतता गया राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न बड़े हुए तो उनके राज्य करने का समय नजदीक आता गया तब महाराज दशरथ ने सोचा कि राम को अयोध्या का राजा बनाया जाए परंतु महारानी कैकेई के कहने पर राम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया और राम 14 वर्ष के वनवास के लिए पत्नी सीता तथा भाई लक्ष्मण के साथ चले गए।
सीता हरण
जंगल में रहते हुए लगभग 13 वर्ष बीत जाने के उपरांत श्रीलंका के राजा रावण की नजर सीता पर पड़ी वह बहुत ही बुद्धिमान और चतुर ब्राह्मण था उसने एक भिखारी का भेष बनाकर सीता का हरण धोखे से कर लिया। उसी की खोज में राम और लक्ष्मण ढूंढते ढूंढते ऋषि मुख पर्वत पर जा पहुंचे जो इस समय मध्य प्रदेश में स्थित है वहां इनकी मुलाकात सुग्रीव तथा हनुमान से हुई तत्पश्चात इन्होंने एक योजना बनाकर सीता की खोज शुरू कर दी खोज करते-करते दक्षिण भारत के रामेश्वरम नामक स्थान पर पहुंचे जहां से पता चला की सीता का हरण रावण द्वारा किया गया है जो समुद्र के पार श्रीलंका में रहता है तब सबने मिलकर वहां पहुंचने की योजना बनाई और तैरने वाले पत्थरों की खोज करके समुद्र पर रामसेतु बनाया और लंका चढाई बोल दी।
राम-रावण युद्धः
राम और रावण की सेना के मध्य घमासान युद्ध चला और एक एक करके लगभग सारे राक्षस मारे गए अंत में रावण भी मारा गया रावण के मरने के बाद राम ने श्रीलंका का श्री लंका का राजपाट रावण के छोटे भाई विभीषण को दे दिया और सब लोग वापस अयोध्या की तरफ प्रस्थान कर दिए अयोध्या पहुंचने पर 14 वर्ष पूरे हो चुके थे।
दीपोत्सव का आयोजनः
समस्त अयोध्या देशवासियों को आराम से अत्यंत लगाओ था जिसकी वजह से 14 वर्ष पूरे होने के बाद राम के अध्याय वापस आने पर समस्त अयोध्या वासियों ने घी के दिए जलाए थे और खुशियां मनाई थी उसे एक त्यौहार के रूप में स्वीकार किया है तब से लेकर आज तक हर वर्ष इसी दिन को उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत पूर्व भारत से लेकर पश्चिम भारत तक समस्त देश में दीपोत्सव के त्यौहार दीपावली के रूप में इसे मनाया जाता है।
इस दिन सभी लोगों के यहां मिठाइयां और अच्छे-अच्छे पकवान पकाए जाते हैं तथा हर्षोल्लास के साथ लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है।
I also celebrate Happy Diwali
दीवाली की हार्दिक शुभ कामनाएं
If you want whole Story of Lord Ram Please Read The book - "The Ramayana" in Sanskrit language. If you want in hindi language than read "Ram Charit Manas" writen by Tulshi Das.
It is celebrated on Kartik poornima. Hindus Worship God Ganesha & Goddess Laxmi on this day.
The main reason of this festival celebrating is - Something 7000 yers ago The king of Ayodhya was Dashraths has three wives, four sons. They were Rma,Bharat, Laxmar and Shatruhan.
Ram was elder Son So King want takeover kingdom for him but his wife kekayi want her Son Bharat would became King. So she made a plan with her dasi Manthara. She had an idea she want send Forestlife for 14 years to Ram and Bharat would King of Ayodhya.
So Ram went Wildlife With his wfe Sita & brother Luxman.
After Complete 14years Ram Returned Ayodhya On this Day So all Ayodhya (Indians) celebrated Dipotshava. i.c Diwali.
बहुत पुराने समय की बात है भारत के 1 राज्य अयोध्या में राजा दशरथ राज्य करते थे जिनका दसों दिशाओं में मुकाबला करने वाला कोई नहीं था उनके तीन पत्नियां थी। कौशल्या कैकेई और सुमित्रा। कौशल्या के एक पुत्र राम थे। कैकेई के भरत तथा सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न थे समय बीतता गया राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न बड़े हुए तो उनके राज्य करने का समय नजदीक आता गया तब महाराज दशरथ ने सोचा कि राम को अयोध्या का राजा बनाया जाए परंतु महारानी कैकेई के कहने पर राम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया और राम 14 वर्ष के वनवास के लिए पत्नी सीता तथा भाई लक्ष्मण के साथ चले गए।
सीता हरण
जंगल में रहते हुए लगभग 13 वर्ष बीत जाने के उपरांत श्रीलंका के राजा रावण की नजर सीता पर पड़ी वह बहुत ही बुद्धिमान और चतुर ब्राह्मण था उसने एक भिखारी का भेष बनाकर सीता का हरण धोखे से कर लिया। उसी की खोज में राम और लक्ष्मण ढूंढते ढूंढते ऋषि मुख पर्वत पर जा पहुंचे जो इस समय मध्य प्रदेश में स्थित है वहां इनकी मुलाकात सुग्रीव तथा हनुमान से हुई तत्पश्चात इन्होंने एक योजना बनाकर सीता की खोज शुरू कर दी खोज करते-करते दक्षिण भारत के रामेश्वरम नामक स्थान पर पहुंचे जहां से पता चला की सीता का हरण रावण द्वारा किया गया है जो समुद्र के पार श्रीलंका में रहता है तब सबने मिलकर वहां पहुंचने की योजना बनाई और तैरने वाले पत्थरों की खोज करके समुद्र पर रामसेतु बनाया और लंका चढाई बोल दी।
राम-रावण युद्धः
राम और रावण की सेना के मध्य घमासान युद्ध चला और एक एक करके लगभग सारे राक्षस मारे गए अंत में रावण भी मारा गया रावण के मरने के बाद राम ने श्रीलंका का श्री लंका का राजपाट रावण के छोटे भाई विभीषण को दे दिया और सब लोग वापस अयोध्या की तरफ प्रस्थान कर दिए अयोध्या पहुंचने पर 14 वर्ष पूरे हो चुके थे।
दीपोत्सव का आयोजनः
समस्त अयोध्या देशवासियों को आराम से अत्यंत लगाओ था जिसकी वजह से 14 वर्ष पूरे होने के बाद राम के अध्याय वापस आने पर समस्त अयोध्या वासियों ने घी के दिए जलाए थे और खुशियां मनाई थी उसे एक त्यौहार के रूप में स्वीकार किया है तब से लेकर आज तक हर वर्ष इसी दिन को उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत पूर्व भारत से लेकर पश्चिम भारत तक समस्त देश में दीपोत्सव के त्यौहार दीपावली के रूप में इसे मनाया जाता है।
इस दिन सभी लोगों के यहां मिठाइयां और अच्छे-अच्छे पकवान पकाए जाते हैं तथा हर्षोल्लास के साथ लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है।
I also celebrate Happy Diwali
दीवाली की हार्दिक शुभ कामनाएं
If you want whole Story of Lord Ram Please Read The book - "The Ramayana" in Sanskrit language. If you want in hindi language than read "Ram Charit Manas" writen by Tulshi Das.